मीरा-भायंदर में ट्रैफिक का संकट: धीमी सड़क निर्माण और भारी वाहनों की मनमानी से जनता परेशान
- Rushali
- Nov 29, 2024
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मीरा-भायंदर की सड़कों पर ट्रैफिक की समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। शहर के प्रमुख मार्गों पर जाम अब रोजमर्रा की बात बन चुकी है। एक तरफ सड़कों के सीमेंटीकरण का काम धीमी गति से चल रहा है, तो दूसरी ओर भारी वाहन, जैसे ट्रक और टेंपो, बिना किसी रोक-टोक के मुख्य सड़कों और तंग गलियों तक प्रवेश कर रहे हैं।
इस अव्यवस्था का खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। लोगों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ता है, जिससे उनके दैनिक जीवन पर बुरा असर पड़ रहा है। वहीं, ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई केवल दोपहिया वाहनों तक सीमित नजर आती है। 'नो एंट्री' बोर्ड केवल दिखावे के लिए लगाए गए हैं, क्योंकि भारी वाहन बिना किसी डर के इन क्षेत्रों में प्रवेश करते हैं।
सूत्रों के अनुसार, ट्रैफिक पुलिस और ट्रांसपोर्ट मालिकों के बीच मिलीभगत की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि हर महीने फिक्स रिश्वत के बदले भारी वाहनों पर कार्रवाई नहीं की जाती है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यातायात विभाग की लापरवाही के कारण समस्या विकराल हो रही है। मीरा-भायंदर मनपा और ट्रैफिक पुलिस को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए थे, लेकिन अब तक कोई प्रभावी योजना लागू नहीं की गई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, अवैध पार्किंग के खिलाफ सख्त कदम उठाने और वैध पार्किंग स्थलों के निर्माण से स्थिति में सुधार हो सकता है। समय पर इन समस्याओं पर ध्यान न दिया गया, तो आने वाले दिनों में ट्रैफिक का यह संकट हो सकता है।
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